Delhi New CM: दिल्ली में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली है। कांग्रेस का इस बार भी खाता नहीं खुला। दिल्ली की सत्ता में बीजेपी ने 27 साल बाद वापसी की है। दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम 8 फरवरी को घोषित हुआ था। हालांकि पार्टी ने अभी तक सीएम के नाम का ऐलान नहीं किया है। इसी बीच शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।
विधायक दल की होगी बैठक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में 19 या 20 फरवरी को नए सीएम का शपथ ग्रहण हो सकता है। वहीं 17 या 18 फरवरी को विधायक दल की बैठक भी हो सकती है। इस बैठक में सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है। बताया जा रहा है कि 48 विधायकों में से 15 विधायकों के नाम छांटे गए है। उनमें से 9 नामों को शॉर्ट लिस्ट किया है।
विदेश दौरे से लौटे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने विदेश दौरे से दिल्ली लौट आए हैं। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि पीएम मोदी के दिल्ली लौटने के बाद ही दिल्ली में बीजेपी सीएम के नाम का ऐलान कर सकती है। अब सीएम के चेहरे का जल्द ही पार्टी ऐलान कर सकती है।
इन नामों की चल रही है चर्चा
दिल्ली में फिलहाल जिन नामों की चर्चा सीएम को लेकर हो रही है, उनमें प्रवेश वर्मा, मोहन बिष्ट, रेखा गुप्ता, शिखा राय, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद और पवन शर्मा का नाम शामिल है। बता दें कि नई दिल्ली विधानसभा सीट से प्रवेश वर्मा ने जीत हासिल की है। प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल और संदीप दीक्षित को हराया है। इसलिए दिल्ली सीएम की रेस में प्रवेश वर्मा का चेहरा सबसे अहम माना जा रहा है।
दिल्ली को मिल सकती है महिला सीएम
कयास लगाए जा रहे है कि दिल्ली को महिला सीएम मिल सकती है। इस रेस में रेखा गुप्ता और शिखा राय का नाम शामिल है। रेखा गुप्ता शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक बनीं हैं। वहीं RSS के बैकग्राउंड से भी हैं। इसके अलावा शिखा राय का नाम भी शामिल है। शिखा राय ने ग्रेटर कैलाश सीट से आप प्रत्याशी सौरभ भारद्वाज को हराया है।
क्या दिल्ली में होंगे दो डिप्टी सीएम
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दिल्ली में बीजेपी एक सीएम और दो डिप्टी सीएम भी बना सकती है। बताया जा रहा है कि जातीय समीकरणों को साधने के लिए पार्टी दो डिप्टी सीएम भी बना सकती है। दिल्ली के अलावा कई राज्यों में बीजेपी ने यह फार्मूला अपनाया है, जिसमें यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश शामिल है। दिल्ली क्यों हारे अरविंद केजरीवाल, अन्ना हजारे ने खोली पोल, देखें वीडियो…