अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की मेक-इन-यूएस नीति भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की मेक-इन-इंडिया से टकराने लगी है। भारतीय उत्पादों पर रेसिप्रोकल टैक्स (Reciprocal Tax) लगाने की घोषणा के बाद अमरीकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला (Tesla EV Car) के भारत में प्लांट लगाने की संभावना अब धूमिल पड़ सकती है। राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को अपने आवास पर चर्चित उद्योगपति एलन मस्क (Elon Musk) के साथ एक संयुक्त साक्षात्कार में साफ कहा कि यदि मस्क (टेस्ला के मालिक) भारत में कार बनाने की फैक्ट्री लगाते हैं तो यह ‘हमारे साथ बड़ा अन्याय होगा।’ ट्रंप के इस बयान से भारत में टेस्ला प्लांट (Tesla Plan in India) लगाने के कयासों को झटका लगा है। राजस्थान समेत करीब सात राज्य इसमें अवसर खोज रहे थे।
भारत अमेरिकी बाइक पर 100 % ज्यादा टैरिफ लगाता है’
अमेरिकी टेलीविजन चैनल के साथ बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हर देश ने अमेरिका का फायदा उठाया है। सबने हमसे ज्यादा टैरिफ वसूले हैं। उन देशों ने अमरीका के लिए कार बेचना ही मुश्किल कर दिया है। ‘खासतौर पर भारत ने तो…।’ साक्षात्कार के समय साथ बैठे एलन मस्क ने सहमति जताई कि भारत अमेरिकी मोटरसाइकिल पर 100 फीसदी टैरिफ लगाता रहा है जबकि अमेरिका में भारतीय मोटरसाइकिल पर 2.4 फीसदी टैरिफ है।
अप्रैल तक कारों की ब्रिकी के दावों पर लग सकता है विराम!
इस बीच, सूत्रों के हवाले से बताया गया कि एलन मस्क की टेस्ला भारत (Tesla Plant in India) में अप्रैल तक कारों की बिक्री शुरू कर सकती है। शुरुआत में बर्लिन प्लांट से कारें भारत लाई जा सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि शुरुआत में 25,000 डॉलर (करीब 21 लाख रुपए ) से कम कीमत वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियां पेश की जा सकती हैं। वाहनों की बिक्री के लिए मुंबई और दिल्ली में शो-रूम बनाने के लिए जगह तलाश ली गई है। टेस्ला ने भारत में प्लांट लगाने के बारे में आधिकारिक रूप से कोई वादा नहीं किया है। भारत सरकार भी मेक-इन-इंडिया नीति के तहत चाहती है कि टेस्ला भारत में प्लांट लगाए। इसके लिए कई राउंड की बातचीत हो चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी के अमरीका दौरे में मस्क से मुलाकात के बाद समझा जा रहा था कि टेस्ला प्लांट लगाने का रास्ता खुल सकता है।
भारत जितना टैरिफ लगाएगा, हम भी उतना ही वसूलेंगे: ट्रंप
इसके बाद ट्रंप ने कहा कि ‘अब यदि ये (मस्क) भारत में फैक्ट्री लगाते हैं तो… अच्छा है, लेकिन यह हमारे साथ अन्याय होगा… बड़ा अन्याय। …मुंगफली हो या कोई और चीज, भारत में ज्यादा टैक्स है। अब हम भी वही करने जा रहे हैं। पारस्परिक टैरिफ। तब वे कहते हैं नहीं..नहीं यह हमें पसंद नहीं है। लेकिन अब हम वही करने जा रहे हैं। यानी जितना आप लगाएंगे, हम भी उतना ही वसूलेंगे। हर देश के साथ ऐसा ही करेंगे।’
‘भारत के पास काफी पैसा, हम क्यों दें?’
अमरीकी सरकार के कार्यदक्षता विभाग (डीओजीई) द्वारा ‘भारत में मतदान’ के लिए 2.1 करोड़ डॉलर का फंड रद्द करने के फैसले का राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने समर्थन किया। ट्रंप ने कहा कि भारत के पास पहले से ही बहुत पैसा है और वह दुनिया के सबसे ज्यादा कर वसूलने वाले देशों में से एक है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि अमरीका को पैसा देने की जरूरत क्यों महसूस हुई।
‘आप जो कहें, मेरे लिए मस्क देशभक्त’
सरकार के निर्णयों में एलन मस्क के साथ हितों के टकराव के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि वह मस्क को अंतरिक्ष संबंधी किसी भी सरकारी निर्णय में भाग नहीं लेने देंगे। ट्रंप ने मस्क के बारे में कहा, ‘मेरे लिए एलन एक देशभक्त हैं। इसलिए आप उन्हें कर्मचारी कह सकते हैं, आप उन्हें सलाहकार कह सकते हैं। आप उन्हें जो चाहें कह सकते हैं, लेकिन वह एक देशभक्त हैं।’